किसान आंदोलन: फतेह मार्च निकालकर घरों की ओर लौट रहे किसान, राकेश टिकैत पहुंचे गाजीपुर बॉर्डर

 


 गाजियाबाद के यूपी गेट पर आंदोलनकारी किसानों ने आज सुबह हवन और पूजा पाठ कर अपने घर वापसी की तैयारी शुरू कर दी है। किसानों ने यूपी गेट से फतेह मार्च निकालने से पहले हवन में आहुति दी जिस दौरान किसान नेता गौरव टिकैत, मीडिया प्रभारी शमशेर राणा होशियार सिंह और अन्य किसान मौजूद रहे। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी गाजीपुर बॉर्डर पहुंच चुके हैं।हवन संपन्न होने के बाद किसानों ने अपने सामान तैयार कर लिए और एक-दूसरे से मिलकर विदा की तैयारी कर रहे हैं। फतेह मार्च निकालने से पहले किसानों ने देशभक्ति गीतों पर भी डांस किया। यहां हर किसी के मन में खुशी और गम दोनों के भाव हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार यूपी गेट से किसान गाड़ी और ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ मुजफ्फरनगर किसान भवन सिसौली तक फतेह मार्च करेंगे। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर किसानों से यूपी गेट पर पहुंचने का आह्वान मंगलवार को ही किया था। वहीं, यूपी गेट आंदोलन स्थल से भाकियू के भी अधिकांश तंबू व टेंट हट गए हैं। मंगलवार को किसान भाकियू के लंगर के सामने बैठकर आगे की रणनीति बनाते नजर आए।प्रदेश अध्यक्ष राजबीर सिंह जादौन ने बताया कि 15 दिसंबर तक यूपी गेट, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे, एनएच-9 की सड़कें पूरी तरह से खाली हो जाएंगी। अधिकांश किसान यहां से घर लौट चुके हैं। कई किसान जाते समय काफी भावुक हुए तो कुछ जाने को तैयार नहीं थे। अभी 100-150 से ज्यादा किसान आंदोलन स्थल पर हैं।किसानों में खुशी है कि सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस ले लिया। मगर कुछ दिनों बाद ही अन्नदाता एक जनवरी से सरकार से अपनी आय दो गुना होने के बारे में सवाल पूछेगा, क्योंकि सरकार ने पूर्व में भरोसा दिया था कि वर्ष 2022 से किसानों की आय दोगुना हो जाएगी।आंदोलन स्थल खाली करने से पहले किसान यहां पर हवन और पूजा-पाठ कर रहे हैं। साथ ही गाजियाबाद, नोएडा और अन्य जगहों के किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली व गाड़ियों के साथ फतेह मार्च कर यहां से प्रस्थान करेंगे। राकेश टिकैत ने फतेह मार्च को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया है।  मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि फतेह मार्च में गाजियाबाद, हापुड़, मोदीनगर मुरादनगर, मेरठ, खतौली और अन्य जगहों के किसान शामिल होंगे। इसके लिए यूपी गेट से निकलने के बाद यह मार्च सबसे पहले मोदीनगर में कुछ देर रुकेगा। इसके बाद सुबह में 12 बजे तक मेरठ में पहुंचेगा। यहां किसान नेता राकेश टिकैत और अन्नदाता आराम करने के बाद खतौली के लिए रवाना होंगे। वहां से मंसूरपुर होते हुए सौरम चौपाल में मार्च पहुंचेगा। वहां भाकियू प्रवक्ता का जोरदार स्वागत और सम्मान होगा। मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय टेनी की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन का सबसे भयावह और दुखद पहलू तब था, जब लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ी से कुचल दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह घटना पूरी तरह से सुनियोजित थी। इसमें केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय टेनी पर संयुक्त किसान मोर्चा ने लगातार आरोप लगाया था कि वह घटना में शामिल रहे थे। मोर्चा ने टेनी की गिरफ्तारी की मांग की थी। संबंधित थाने में किसानों ने रिपोर्ट दर्ज करने के लिए शिकायत दी थी। उन्होंने सवाल किया कि घटना के आरोपी के साथ सरकार कैसे खड़ी हो सकती है। लिहाजा सरकार को आरोपी अजय टेनी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। 


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