प्रभावित देशों से एक हफ्ते में लौटे यात्रियों का दोबारा होगा आरटीपीसीआर टेस्ट,ओमिक्रोन को लेकर दिल्ली सरकार अलर्ट

 

 


 ओमिक्रोन प्रभावित देशों से बीते एक सप्ताह में दिल्ली आने वाले यात्रियों की बुधवार से दोबार आरटीपीसीआर जांच शुरू होगी। ये वो यात्री हैं, जिन्हें एयरपोर्ट पर निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद घर भेज दिया गया था। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सचिव ने सोमवार को सभी जिलाधिकारियों और जिला चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक की है। बैठक में ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए विदेश से आने वाले यात्रियों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एक दिसंबर से दिल्ली एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले जितने भी यात्री कोविड की निगेटिव रिपोर्ट लेकर घर गए हैं, उनकी आठवें दिन फिर से कोरोना जांच होगी। आठवें दिन अगर आरटीपीसीआर जांच फिर से निगेटिव आती है तो सात दिन घर पर रहकर स्वास्थ्य का आकलन करना होगा। केंद्र सरकार पहले ही विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर कोविड जांच और उसके बाद सात दिन तक क्वारंटाइन का निर्देश जारी कर चुकी है। दिल्ली में अभी तक विदेश से आए यात्रियों में करीब 20 लोग संक्रमित मिल चुके हैं। अभी तक हुए 12 जीनोम सिक्वेंसिंग में से सिर्फ एक मरीज में ओमिक्रोन स्वरूप की पुष्टि हुई है। अधिकारियों की माने तो विदेश से आए यात्रियों द्वारा बताए गए पते पर नहीं मिलने, फोन बंद होने या अंतरराष्ट्रीय नंबर होने के कारण ट्रेसिंग में दिक्कत आ रही है। इसके कारण सरकार ने दूसरे फिर पांचवें दिन यात्री के घर का दौरा करने का निर्देश दिया है। सूत्रों की माने तो शाहदरा जिले में बीते 14 दिन में प्रभावित देशों से आए 185 यात्रियों की सूची ट्रेस करने के लिए दी गई थी। लेकिन उनमें करीब 90 यात्री ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं, उनके 12 यात्री ऐसे हैं, जो दूसरे राज्यों में चले गए हैं। इसी तरह दक्षिणी जिले में 400 लोगों की सूची दी गई थी, लेकिन 15 फीसदी से ज्यादा लोग ट्रेस नहीं हो पाए। अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबर होने इसकी बड़ी वजह है। दिल्ली में तंजानिया से आए ओमिक्रोन के पहले मरीज की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग से पता चला है कि उसके सीधे संपर्क में आने वाला पहला व्यक्ति पटना पहुंच गया है। वह संक्रमित व्यक्ति के साथ फ्लाइट में बगल वाली सीट पर बैठा था। लेकिन वह अगले ही दिन फ्लाइट से पटना पहुंच गया। दिल्ली सरकार की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग टीम ने बिहार सरकार को इसकी सूचना दे दी है, जिससे उसे ट्रेस करके क्वारंटाइन किया जा सके।

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