चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए अब नहीं चलेगा कोई बहाना



आपने देखा होगा कि जब भी चुनाव की तिथि घोषित होती है तभी चुनावी डयूटी से डरे हुये कर्मचारी अपना या अपने परिवार को लेकर बहाना तलाशना शुरू कर देते हैं। ऐसा ही देखने में आया कि ंकई कर्मचारियों ने गंभीर बीमारी होने का हवाला देकर चुनाव ड्यूटी से खुद को हटाए जाने के लिए आवेदन किया है। आपको बता दें कि इनमें बहुत से ऐसे कर्मचारियों के आवेदन प्रशासन को मिल गए हैं। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व केके मिश्रा ने बताया कि जो कर्मचारी बीमारी का हवाला देते हुए चुनाव ड्यूटी से राहत पाना चाहते हैं उन्हें मेडिकल बोर्ड के समक्ष हाजिर होना होगा। बोर्ड से हरी झण्डी मिलने के बाद ही वह चुनाव ड्यूटी से हट पाएंगे। जैसा कि मालूम हो कि मेडिकल बोर्ड की पहली बैठक 18 जनवरी को होगी।


वहीं एडीएम ने ये भी बताया कि बीमारी के चलते चुनाव से हटने के लिए बीते दिनों तक जिन 20 कर्मचारियों के आवेदन मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा लोनिवि से हैं, जबकि नए आवेदन भी आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिन बीस कर्मियों के पहले आवेदन मिले उन्हें 18 जनवरी को बोर्ड के सामने पेश होना होगा। इनमें उरेडा के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी मनोज कुमार,लोनिवि के सहायक अभियंता विनेश कुमार, डाकपत्थर स्थित महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर पूरन सिंह, जवाहर नवोदय विद्यालय सहसपुर के कार्यालय अधीक्षक जेएस नेगी,जीआईसी रायवाला के परिचारक गंभीर सिंह रांगड़ हैं ।

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