Zomato के शेयर IPO प्राइस से भी नीचे आए, जानिए क्या होनी चाहिए आगे की स्ट्रैटजी
नई दिल्ली : शेयर बाजार में मंगलवार को Zomato के Stock अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए। इंटरनेट कंपनियों में बिकवाली जारी रहने के बीच Zomato stock बीएसई पर 75.75 रुपये के नए निचले स्तर पर आ गया और 76 रुपये के आईपीओ इश्यू मूल्य से नीचे फिसल गया। हालांकि बाजार एक दिन पहले के बिकवाली दबाव से उबर गया और बाजार बंद होते वक्त कंपनी का शेयर 82.70 रुपये के स्तर से ऊपर बंद हुआ।दिसंबर तिमाही में कंपनी के घाटे में भारी कमी के बावजूद इसके स्टॉक में बिकवाली जारी है। फूड डिलीवरी फर्म ने यह भी संकेत दिया कि वह Ebitda ब्रेक ईवन हासिल करने के बहुत करीब है। लेकिन कोई भी बयानबाजी इसके शेयरों की मदद नहीं कर सकी, जो अब अपने टॉप लेवल से आधे से भी कम है।
हालांकि एनालिस्ट इस शेयर को लेकर उत्साहित हैं। उनकी आम सहमति की सिफारिश Buy है। विश्लेषकों ने Zomato के शेयर का टार्गेट औसत मूल्य 12 महीनों के लिए 143 रुपये रखा है। इसके साल भर में 220 रुपये की ऊंचाई तक जाने और सबसे कम 75 रुपये तक आने का अनुमान है।169.10 रुपये का सर्वकालिक उच्च स्तर
बता दें कि 16 नवंबर 2021 को कंपनी का स्टॉक बीएसई पर 169.10 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया और तब से इसमें 55 फीसद से अधिक की गिरावट आई है। लिस्टिंग के दिन स्टॉक 65.79 फीसद चढ़ा था। कंपनी ने बीते साल आईपीओ के जरिए करीब 9375 करोड़ रुपये जुटाए थे।
पिछले महीने Zomato ने घोषणा की थी कि वह एडटेक कंपनी Adonmo में 112 करोड़ रुपये में 19% हिस्सेदारी खरीदेगा और बी 2 बी सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म अर्बनपाइपर में 37.38 करोड़ रुपये में 5% हिस्सेदारी खरीदेगा।
दिसंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा कम होकर 63 करोड़ रुपये पर आ गया था, जो पिछले साल इस दौरान 353 करोड़ रुपये था। परिचालन से राजस्व 1,112 करोड़ रुपये था, जो एक साल पहले के 609.4 करोड़ रुपये के मुकाबले 82.7 प्रतिशत अधिक है। Gross Order Value (GOV) 1.7 प्रतिशत QoQ बढ़कर 5,500 करोड़ रुपये हो गया। GOV बढ़ोतरी डिलीवरी शुल्क में कमी के कारण हुई।
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