छापेमारी: ये दवाई का गोदाम है या सीमेंट की दुकान:उप मुख्यमंत्री
लखनऊ: वैसे भी ज्यादातर प्रदेशों में स्वास्था व्यवस्था का बुरा हाल है अस्पतालों में मरीज दवाओं के अभाव में भटकते नजर आते हैं वहीं स्टोर में अव्यवस्थाओं और रख रखाव रामभरोसे है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने राजधानी में ट्रांसपोर्ट नगर स्थित उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन के गोदाम में छापेमारी की। निरीक्षण के दौरान गोदाम में उन्हें जबरदस्त अव्यवस्थायें मिलीं।
दवाएं इधर, उधर फेंकी हुई मिलीं। अलग-अलग डिब्बों की चेकिंग में उप मुख्यमंत्री ने 16,40,33,033 रुपये मूल्य की एक्सपायर्ड दवाएं भी पकड़ीं। आलम ये है कि जमीन से लेकर अलमारियों तक में बेतरतीब रखे दवाओं के गत्ते जगह.जगह जमा धूल न उचित देखरेख और न कोई व्यवस्था। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को कुछ ऐसी ही स्थिति दवा गोदाम में देखने को मिली।
दोपहर में गोदाम में छापा मारने के बाद वहां की बदहाली पर उप मुख्यमंत्री ने स्टाफ से पूछा कि, ‘ये दवाई का गोदाम है या सीमेंट की दुकान, ये कहां बैठे हैं। कबाड़ की तरह रखी दवाओं को देखकर उन्होंने पूछा कि दवा कैसे ढूंढते हो तो इसका स्पष्ट जवाब अधिकारी, कर्मचारी नहीं दे सके। एक गत्ते में इस्तेमाल किया हुआ मास्क दवाओं के बीच मिला तो उप मुख्यमंत्री खासे नाराज हुए। उन्होंने कहा कि आप क्या जान से खेल रहे हो।
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