मिर्जापुरः खतरे के निशान को पार कर गई गंगा, गांवों से संपर्क टूटा
मिर्जापुर: जिले में गंगा नदी के उफान पर आने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। आपको बता दें कि गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिले में बीती रात गंगा नदी का जलस्तर 77.724 मीटर था जो अब बढ़कर 77.98 मीटर हो गई है। गंगा नदी का जलस्तर प्रति घंटे 1 सेमी के हिसाब से बढ़ रहा है।
अधिकृत सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में सदर तहसील के 98 गांव और चुनार तहसील के 85 गांव बाढ़ की चपेट में है। वहीं 15 गांवों का संपर्क टूट गया है। बचाव कार्य के लिए जवानों को लगाया गया है वहीं पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है। डीएम ने कहा कि बचाव और राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
सदर तहसील के हरसिगपुर मुजेहरा कलां तीलठी सेमरा मल्सलेपुर भोगांव, बल्लीपरवा, मझिगवां, मठिया समेत 98 गांव बाढ़ की चपेट में है। इसी तरह चुनार तहसील के धनैता, समसपुर, पसियाही, गंगापुर, धन्नूपुर, सरैया, शिवपुर कादियां, सहित 85 गांव भी बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं।बाढ़ प्रभावित गांवों में बचाव और राहत कार्य के लिए 42 नाव और 9 मोटर बोट लगाया गया है। तहसील कर्मचारियों के साथ खाद्य रसद सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों लगाया गया है। वहीं दो दर्जन से अधिक राहत केन्द्र बनाए गए हैं। गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
साथ ही साथ जानवरों को भी पशुओं के लिए बनाए गए बाड़े में रखा जा रहा है।अपर जिलाधिकारी के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत पैकेट बांटे जा रहे हैं। अब तक छह हजार परिवारों को खाने पीने का सामान दिया जा चुका है। वहीं डिएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि जिले में सौ से अधिक गांवों में केवल फसलों को भारी नुकसान हुआ है। फसलों की क्षति के आंकलन के लिए तहसील के लेखपालों को लगाया गया है।
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