वन भूमि पर अवैध कब्जा कर बने धार्मिक स्थलों को हटाया जायेगा
देहरादून: देवभूमि में अगर हम अवैध कब्जों की बात करें तो ऐसी सैकड़ों बीघा जमीन है जिन पर अवैध कब्जे हो रखे हैं। अब चूंकि मुख्यमंत्री धामी आन फायर हैं तो बहुत सारी बातों का समाधान संभव है। आपको बता दें कि उत्तराखण्ड में वन भूमि पर बने धार्मिक स्थलों को हटाने की तैयारी है। उत्तराखण्ड शासन ने पीसीसीएफ से वन भूमि पर बने धार्मिक स्थलों की सूची मांगी है। पीसीसीएफके मुताबिक विभाग सूची तैयार कर रहा है और बहुत जल्द ये कार्य पूरा हो जाएगा।
धार्मिक स्थलों के बहाने सरकारी भूमि पर कब्जा करने से रोकने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को पहले ही निर्देश जारी हैं। इसके साथ उन स्थलों की सूची तैयार हो रही है, जहां वन भूमि पर मंदिर, मस्जिद, मजार या गुरुद्वारा व अन्य कोई धार्मिक स्थल बना है। पीसीसीएफ का कहना है कि इसकी सूची तैयार कर सरकार को भेज दी जाएगी।
जैसा कि आपको मालूम है कि वन भूमि से अवैध कब्जे,धार्मिक स्थल हटाने को लेकर न्यायालय से भी आदेश हो चुके हैं। इसके बावजूद प्रदेश में वन भूमि क्षेत्र में धार्मिक स्थल बनाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि राज्य गठन के बाद बड़ी तादाद में धार्मिक स्थलों की आड़ में वन और सरकारी भूमि पर कब्जे किए गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी धार्मिक स्थलों की आड़ में वन भूमि पर अवैध कब्जे हटाने के निर्देश दे चुके हैं।प्रमुख सचिव (वन) आरके सुधांशु का कहना है कि विभाग वन भूमि पर अतिक्रमण को चिन्हित कर रहा है। इसकी सूची तैयार की जा रही है सूची प्राप्त होने के बाद सरकार इस बारे में निर्णय लेगी।
सभारः अमर उजाला
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