मौनी अमावस्या पर 1.5 करोड़ लोगों ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी।
प्रयागराज : माघ मेला के तृतीय स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर शनिवार को 1.5 करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई। इस बीच, मेला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर से साधु-संतों और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की। मौनी अमावस्या और शनि अमावस्या का महायोग होने के कारण भारी संख्या में श्रद्धालु शुक्रवार से ही मेला क्षेत्र में आने लगे थे। प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बताया कि शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार दोपहर 12 बजे तक डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया।
उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरों, शरीर पर धारण करने योग्य कैमरों और ड्रोन कैमरों से लोगों पर नजर रखी जा रही है। मौनी अमावस्या पर मेले में आए प्रमुख संतों-ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर स्वामी सदानंद, सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानद सरस्वती, किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि आदि शामिल हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी शनिवार सुबह संगम में डुबकी लगाई।
शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद ने बताया कि प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर मौन रहकर संगम में स्नान करने से मन के पाप नष्ट हो जाते हैं और इस बार मौनी अमावस्या पर शनि अमावस्या का महायोग होने से गंगा स्नान विशेष फलदायी है।
Sources:PrabhaShakshi Samachaar
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