मर्सिडीज से भीख मांगने आते हैं भिखारी,हैं आलीशान बंगलों के मालिक

 


अजब गजब : भगवान ने सबको दो हाथ और दो पैर दिए हैं। इनके जरिये इंसान अपना पेट भरने के लिए कमा लेता है। लेकिन कुछ ऐसे लोग होते हैं, जो हर तरह से लाचार होते हैं। उनके पास खाने-पीने के लिए कमाने का कोई साधन नहीं होता। इन लोगों के पास भीख मांगकर जिंदा रहने के अलावा और कोई रास्ता नहीं होता। इन मजबूर लोगों को दूसरों की रहमत पर रहना पड़ता है। लाचारी में भीख मांगने को इन दिनों बिजनेस का रुप दे दिया गया है। जी हां, अब भीख मांगना मज़बूरी नहीं है।

इसे बिजनेस बना लिया गया है।लंदन की सड़कों पर ऐसे भिखारी घूम रहे हैं, जो शायद आपसे भी अमीर हैं। ये भिखारी गैंग में काम करते हैं। लोगों को उल्लू बनाकर अपनी कमाई को दिन दोगुना रात चौगुना कर रहे हैं। ये लोग प्रोफेशनल फ्रॉड्स हैं जो बेहद प्रोफेशनल तरीके से सारा काम करते हैं। इनके ठीक बगल में बैठे सच के भिखारी, जिन्हें वाकई रहम की जरुरत है, उनकी कमाई भी ये मार लेते हैं। इनके पास कार्डबोर्डस मौजूद होते हैं, जिसपर कई तरह की चीजें लिखी होती हैं।

ये अपने आप को बेहद लाचार दिखाते हैं। जबकी असलियत में इनके पास पैसों की कोई कमी नहीं है।इस गैंग के बारे में माई लंदन ने खुलासा किया है। उन्होंने लिखा कि ये भिखारी देखने में आपको आम भिखारियों जैसे ही लगेंगे। लेकिन इनके पास पैसों की कोई कमी नहीं है। ये मर्सिडीज से भीख मांगने आते हैं। फटे-पुराने कपड़े पहनकर सड़क के किनारे बैठ जाते हैं।

किसी आम भिखारी की ही तरह ये अपने आगे एक कागज़ का टुकड़ा लेकर बैठते हैं, जिसमें जानते हुए स्पेलिंग गलत लिखी जाती है, ताकि लोग इन्हें अनपढ़ समझे। माई लंदन के मुताबिक़, इस गैंग के ज्यादातर लोग रोमानिया से आए हुए हैं।ये भिखारी अपने तय समय तक भीख मांगते हैं। इसके बाद अपनी गाड़ियों में बैठकर बंगले में चले जाते हैं।

बाद में कई प्रोफेशनल भिखारियों को डिजानर कपड़ों में भी देखा गया है। ये सारा खुलासा तब हुआ जब इस मीडिया साइट ने भिखारियों को ट्रैक किया। असलियत जानने के बाद सबके होश ही उड़ गए। खुलासे के बाद अब सड़कों पर मौजूद भिखारियों के बैकग्राउंड की स्ट्रिक्ट जांच की जा रही है। लोगों का बस यही कहना है कि इन ठगों की वजह से सच में मदद के हकदार लोगों के साथ नाइंसाफी हो जाती है।

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