वार्षिक कार्ययोजना तैयार करें विभाग,होगी विभागवार समीक्षा :धन सिंह

 


देहरादून : कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने शत-प्रतिशत बजट व्यय करने के दृष्टिगत अपने अधिनस्थ सभी विभागों को वार्षिक योजना तैयार करने के निर्देश दिये हैं। इसके साथ ही उन्होंने वार्षिक स्थानांतरण नीति के तहत पात्र कार्मिकों की सूची शीघ्र तैयार को भी कहा है। उन्होंने कहा कि सभी बिन्दुओं पर आगामी 15 व 16 मई को विस्तृत समीक्षा की जायेगी। होगी।

लगभग एक माह बाद कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार से लौटे सूबे के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज राजधानी पहुंचते ही विधानसभा स्थित सभागार में अपने अधिनस्थ विभागों के उच्चाधिकारियों की बैठक ली। जिसमें उन्होंने सभी विभागों के उच्चधिकारियों को वर्ष 2023-24 के लिये स्वीकृत विभागीय बजट को शत-प्रतिशत खर्च करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इसके लिये विभागीय अधिकारी वार्षिक कार्ययोजना तैयार कर आगामी 15 व 16 मई को आहूत समीक्षा बैठक में प्रस्तुतिकरण देंगे।

इसके अतिरिक्त विभागीय अधिकारियों को पात्र कार्मिकों के स्थानांतरण की सूची तैयार करने तथा पदोन्नति के पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिये। उन्होंने उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य एवं विद्यालयी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को लम्बे समय से रिक्त विभिन्न संवर्गों के पदों की सूची तैयार कर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने को कहा। डा. रावत ने कहा कि उपरोक्त सभी बिन्दु पर आगामी 15 व 16 मई को विस्तृत समीक्षा की जायेगी। जिसमें सभी विभागों के अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ उपस्थित रहना आवश्यक है।

बैठक में कैबिनेट मंत्री डा. रावत ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चार धाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों को उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिये विभागीय अधिकारी चौबीस घंटे अलर्ट मोड़ पर रहें।

बैठक में सचिव उच्च शिक्षा शैलेश बगोली, सचिव सहकारिता बी.वी.आर.सी. पुरूषोत्तम, अपर सचिव उच्च शिक्षा प्रशांत आर्य, एम.एम. सेमवाल, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, निबंधक सहकारिता अलोक कुमार पाण्डेय, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह, निदेशक उच्च शिक्षा प्रो. जी.डी. सूंठा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, निदेशक बेसिक शिक्षा वंदना गर्ब्याल, निदेशक संस्कृत शिक्षा एस.पी. खाली सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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