उपनल समेत 450 कंपनियों से मृतक कर्मचारियों का ब्योरा तलब
देहरादून: उत्तराखंड में बड़ी संख्या में मृतक आश्रितों को कंपनियों ने पीएफ और पेंशन का भुगतान नहीं किया है। समीक्षा बैठक में यह खुलासा होने के बाद ईपीएफओ सक्रिय हो गया है। मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को पीएफ और पेंशन की एकमुश्त रकम दिलाने के लिए 450 कंपनियों (नियोक्ताओं) से बीते 10 साल के मृतक कर्मचारियों का ब्योरा तलब किया है।
इनमें उपनल, जीएमवीएन, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, स्वामी हिमालयन इंस्टीट्यूट, डोईवाला शुगर मिल, पैनासोनिक समेत पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड समेत कई नामी-गिरामी कंपनियां शामिल हैं। हाल ही में हुई ईपीएफओ की समीक्षा बैठक में सामने आया कि मृत्यु मामलों का निपटारा अन्य मामलों के मुकाबले कम हो रहा है।
ऐसे में इन सभी मामलों के निपटारे के लिए क्षेत्रीय ईपीएफओ कार्यालय में पीआरओ की नियुक्ति कर दी गई है। कंपनी के अलावा कर्मचारी के आश्रित सीधे कार्यालय को भी सूचित कर सकते हैं। ईपीएफओ को डाटा मिलने के बाद तीन महीने के भीतर मामलों का निपटारा किया जाएगा। इससे प्रदेश के उन हजारों मृतकों के आश्रितों को आर्थिक लाभ मिलेगा जिनके डेथ क्लेम का निपटारा नहीं हो पाया है।
ईपीएफओ की ओर से हर महीने आयोजित होने वाले ‘ निधि आपके निकट’ कार्यक्रम में इस बार डेथ क्लेम मुख्य विषय होगा। 28 अगस्त को हरिद्वार के सिडकुल, देहरादून में श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल, टिहरी गढ़वाल में पनांबी तपोवन रिजॉर्ट, चमोली में नगरपालिका कार्यालय नंदप्रयाग और नगर निगम कार्यालय श्रीनगर में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
ईपीएफओ को डेथ क्लेम का निपटारा दावा पत्र मिलने के पांच दिन के भीतर करना होगा। कर्मचारी भविष्य निधि योजना 1952 अधिनियम के पैरा 72 (5) (सी) के तहत निपटारा होगा। डेथ क्लेम के निपटारे के लिए 450 कंपनियों को ईमेल भेजकर ब्योरा मांगा गया है।
डाटा मिलने के बाद जांच की जाएगी कि किस कर्मचारी के निधन के बाद डेथ क्लेम नहीं हो पाया है। ईपीएफओ की तरफ से उनका क्लेम किया जाएगा। संबंधित व्यक्ति सीधे कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। हमारा मकसद जरूरतमंदों तक उनके हक का पैसा पहुंचाना है। .
विश्वजीत सागर, क्षेत्रीय आयुक्त, ईपीएफओ
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