बादल फटने से 7 की मौत,ब्यास नदी फिर उफान पर,उत्तराखंड में भूस्खलन जारी
हिमाचल प्रदेश में आपदा पीछाा नहीं छोड़ रही है। इस मानसून के कहर ने न जरने कितनी जिंदगी लील लीं। अभी भी हिमाचल में बादल फटने की खबर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश के सोलन में बादल फटने से 7 लोगों की मौत हो गई वहीं ब्यास नदी फिर उफान पर पर है। दूसरी तरफ देवभूमि उत्तराखंड में भूस्खलन की खबरे आ रही हैं। एक अधिकारी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के सोलन के एक गांव में बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई।
घटना रविवार देर रात जादौन गांव में हुई। बादल फटने की घटना तब हुई जब पिछले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी उत्तराखंड में भारी बारिश जारी रही थी। भूस्खलन के कारण प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गईं, पुल बह गए, शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना पड़ा और नदियों का जल स्तर बढ़ गया। हिमाचल प्रदेश में, शिमला में एक पेड़ उखड़कर एक वाहन पर गिर गया, जिससे एक निजी बस का कंडक्टर घायल हो गया। हिमाचल प्रदेश में, शिमला में एक पेड़ उखड़कर एक वाहन पर गिर गया, जिससे एक निजी बस का कंडक्टर घायल हो गया।
आपको बता दें कि पिछले 48 घंटों से लगातार हो रही बारिश ने हमीरपुर जिले के सभी हिस्सों में तबाही मचा दी है, जिससे ब्यास नदी और उसकी सहायक नदियों में उफान आ गया है। अधिकारियों ने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित वे क्षेत्र हैं जहां मान और कुनाह के नाले स्थित हैं। बारिश और भूस्खलन से हमीरपुर के सभी हिस्सों में फसलों, उपजाऊ भूमि और आधिकारिक और निजी भवनों को व्यापक नुकसान हुआ है। जिला प्रशासन ने लोगों को बाहर न निकलने और ब्यास नदी के किनारे और नालों के पास जाने से बचने की चेतावनी दी है।
आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि 24 जून को हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत के बाद से पहाड़ी राज्य को अब तक 7,020 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और बारिश से संबंधित घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं में 257 लोगों की मौत हो गई है। मौसम कार्यालय ने 14 से 17 अगस्त तक राज्य में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, तूफान और बिजली गिरने का सलो अलर्ट जारी किया गया है और 19 अगस्त तक राज्य में बारिश की भविष्यवाणी की है।
अधिकारियों के अनुसार उत्तराखंड में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्गों सहित विभिन्न सड़कों पर यातायात अवरुद्ध हो गया है, जिससे लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है।टिहरी में कुंजापुरी बगड़धार के पास भूस्खलन के कारण ऋषिकेश.चंबा राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया, जबकि ऋषिकेश-देवप्रयाग-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सखणीधार में भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई।
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