DM यूनिवर्सिटी के कैंपस में धमाका, AMSU के एक कार्यकर्ता की मौत
मणिपुर : इंफाल स्थित एक विश्वविद्यालय परिसर के अंदर विस्फोट होने की खबर आई है। इस विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत और दो अन्य घायल हो गए। सूत्रों के मुताबिक ये धमाका शुक्रवार को करीब रात 9 बजकर 25 मिनट पर हुआ है।इस विस्फोट के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि इंफाल के पश्चिम के थांगमीबैंड स्थित डीएम कॉलेज के अंदर विस्फोट की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची टीम को पता चला कि ये विस्फोट धनमंजुरी विश्वविद्यालय परिसर के अंदर स्थित ऑल मणिपुर स्टूडेंट्स यूनियन (AMSU) ऑफिस के पूर्वी हिस्से में करीब रात साढ़े नौ बजे हुआ है।पुलिस अधीक्षक शिवकांत के नेतृत्व में इंफाल पश्चिम पुलिस टीम स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे।
इस धमाके में एक शख्स की मौत हो गई है, जबकि एएसएसयू के दो सदस्य घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी राज मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां एक घायल शख्स की हालत गंभीर बताई जा रही है। साथ ही मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।फिलहाल मौके पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है और पुलिस टीम ने मौके के सबूत को इकट्ठा कर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस धमाके को मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, अभी किसी पक्ष ने इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है।
बीते दिनों मणिपुर हाईकोर्ट ने मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल करने के 2023 के अपने आदेश में संशोधन कर दिया है। हाईकोर्ट का कहना है कि इस फैसले से राज्य में जातीय अशांति बढ़ सकती है। अब तक राज्य में भड़की जातीय हिंसा में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।हाईकोर्ट ने 27 मार्च, 2023 को अपना फैसला सुनाते हुए पैराग्राफ 17(3) के तहत दिए गए निर्देशों को डिलीट किया जाना चाहिए इसलिए इसे डिलीट किया जा रहा है। अदालत के इस फैसले के बाद मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क गई थी। कुकी समुदाय ने अदालत के इस फैसले का विरोध किया था।बता दें कि मणिपुर की आबादी में मैतेई समुदाय की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि आदिवासी, जिनमें नागा और कुकी शामिल हैं। जिनकी आबादी 40 प्रतिशत हैं और वह मुख्य रूप से पहाड़ी जिलों में रहते हैं।
Sources:Aaj Tak
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