वायनाड भूस्खलन: 43 की मौत, सैकड़ों के फंसे होने की आशंका

 


आज मंगलवार की सुबह भारी बारिश के बीच केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में हुए बड़े भूस्खलन में कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है। बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ और सेना समेत कई एजेंसियों को तैनात किया गया है।मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से हैं। एक बयान में, भारतीय सेना ने कहा कि उन्होंने चिकित्सा टीमों सहित 225 कर्मियों को तैनात किया है। दो वायु सेना के हेलीकॉप्टर, एक डप.17 और एक ।स्भ् (एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर) को भी सेवा में लगाया गया है।

केरल की मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि भारतीय नौसेना की एक टीम भी बचाव प्रयासों में सहायता करेगी। जॉर्ज ने कहा कि जिले में एक पुल जो प्रभावित क्षेत्रों को निकटतम शहर चूरलमाला से जोड़ता था, वह भी बह गया है। उन्होंने कहा, ष्लगभग 70 लोग घायल भी हैं। हमने घायलों का उचित उपचार सुनिश्चित किया है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने मुआवजे की घोषणा कीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और उन्हें संकट से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये मिलेंगे।

भूस्खलन ने तबाही मचा दी है, जिसमें पेड़ों को उखड़ते हुए और कई घरों को नष्ट होते हुए दिखाया गया है। यह जिला अपने सुरम्य स्थानों और चाय बागानों के लिए जाना जाता है। बाढ़ के पानी में बह गए वाहनों को पेड़ों के तने में फंसा हुआ देखा जा सकता है। लगातार बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आई और बचावकर्मियों के रास्ते में बड़े-बड़े पत्थर आने के कारण कुछ इलाकों तक पहुंचना संभव नहीं था।केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने एक बयान में कहा, ‘वायनाड में भूस्खलन पर हर संभव बचाव अभियान चलाया जाएगा।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जब से हमें घटना के बारे में पता चला है, सरकारी तंत्र बचाव अभियान में जुट गए हैं। मंत्री वायनाड का दौरा करेंगे और गतिविधियों का नेतृत्व करेंगे।’ इस बीच, भूस्खलन के मद्देनजर एक नियंत्रण कक्ष खोला गया है। आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए हैं। जिला अधिकारियों के अनुसार, कई परिवारों को विभिन्न शिविरों या उनके रिश्तेदारों के घरों में ले जाया गया है।

वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह भूस्खलन और इसके कारण हुई जानमाल की हानि से बहुत दुखी हैं। राहुल गांधी ने कहा, ‘मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि बचाव अभियान चल रहा है। मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है।’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा।

मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं।’भारतीय मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए केरल के उत्तरी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा कि कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड और मलप्पुरम में आज भारी बारिश होने की संभावना है। इसने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को भारी बारिश के मद्देनजर अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह भी दी।

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