प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से मिलने पहुंचीं ममता,कहा- मेरी रातों की नींद उड़ गई

 


कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी साल्ट लेक में स्थित स्वास्थ्य भवन के बाहर उस स्थल पर पहुंचीं, जहां जूनियर चिकित्सक आंदोलन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी चिकित्सकों से कहा कि बारिश के बीच सड़क पर आप प्रदर्शन कर रहे हैं, इससे मेरी रातों की नींद उड़ गई है। मैं आपको आश्वासन देती हूं कि मैं आपकी मांगों पर गौर करूंगी, अगर कोई दोषी पाया गया तो कार्रवाई करूंगी। डॉक्टरों ने वर्तमान स्थिति पर अपनी निराशा और असंतोष व्यक्त करते हुए हमें न्याय चाहिए के नारे लगाए। तनावपूर्ण माहौल के बावजूद मुख्यमंत्री ने चिकित्सा पेशेवरों से अपने कर्तव्यों पर लौटने की अपील करने के लिए किया।

ममता ने रोगी की निरंतर देखभाल और संकट के समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया गया। इससे पहले ममता बनर्जी ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि लोगों की खातिर इस्तीफा देने को तैयार हैं और आरजी कर बलात्कार.हत्या मामले में गतिरोध को हल करने के लिए चिकित्सकों द्वारा बातचीत करने से इनकार किये जाने पर खेद जताया था। बनर्जी ने आंदोलनकारी डॉक्टरों के बैठक के लिए आने का करीब दो घंटे तक इंतजार किया। उन्होंने इस दौरान कहा था कि वह भी चाहती हैं कि पीड़िता को न्याय मिले। उन्होंने लगातार गतिरोध के लिए पश्चिम बंगाल की जनता से माफी मांगी।

उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमने पिछले 33 दिनों में बहुत सारी झूठी बातें और अपमान सहन किया है, लेकिन उन्होंने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि काम पर न लौटकर उच्चतम न्यायालय के निर्देश का उल्लंघन करने के बावजूद वह उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगी। बलात्कार और हत्या की पीड़िता के परिवार के लिए न्याय समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों के साथ गतिरोध के बीच एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी। नाटकीय घटनाक्रम में राज्य सचिवालय (नबान्न) के द्वार पर पहुंचे आंदोलनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों ने बैठक का सीधा प्रसारण करने की अपनी मांग पूरी होने तक राज्य सरकार के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया। प्रदर्शनकारियों की मांग के अनुसार बनर्जी की मौजूदगी में शाम पांच बजे वार्ता होनी थी।

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