हरीश रावत तुष्टिकरण के संवाहक, मदरसों को लेकर उनकी चिंता स्वाभाविक: चौहान

 


देहरादून : भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत समुदाय विशेष की तुष्टिकरण के संवाहक रहे हैं और मदरसों को लेकर उनकी चिंता स्वाभाविक है। हालांकि उनके आरोप सरासर गैर जरूरी हैं।पूर्व सीएम की प्रतिक्रिया पर पलटवार करते हुए चौहान ने कहा कि मदरसों मे गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए सरकार कार्य कर रही है। उनके अधुनिकीकरण और शैक्षिक सुधार की दिशा मे कार्य चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश मे फर्जी छात्र संख्या वाले अथवा बिना मान्यता के चल रहे मदरसे जांच और कार्यवाही के दायरे मे आये तो इसमें कोई आपत्ति जायज नही हैं।

गुणवत्ता परक शिक्षा और मानकों के अनुरूप चलने से उनके अस्तित्व पर संकट नही, बल्कि वहाँ पर अभिभावक अधिक भरोसे से बच्चों को भेजेंगे और मदरसे अधिक उन्नत होंगे।उन्होंने कहा कि सहायता महज उन संस्थानों की हो सकती है जो कि शिक्षण संस्थान चलाने के मानकों को पूरा नही कर रहे हैं। फर्जी तरीके से चल रहे अथवा मानक पूरा नही कर रहे संस्थान योग्य और जरूरतमंद बच्चों के हितों को प्रभावित करते हैं। यह महज मदरसों के ही मामले मे नही, बल्कि अन्य पद्धति से चल रहे शिक्षण संस्थानों के मामले मे भी है।

चौहान ने कहा कि पूर्व सीएम हरीश रावत तुष्टिकरण के लिए इस तरह के बयान देते रहे हैं। पहले भी मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलने को लेकर दिये बयान पर वह अपनी ही पार्टी के नेताओं के निशाने पर रहे। वहीं कार्यालयों मे नमाज के लिए समय देने की पैरवी को लेकर भी वह अपने नेताओं के निशाने पर आ चुके हैं।उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण के लिए तमाम आरोप प्रत्यारोप लगाकर बेपरवाह रहे हरदा सनातन के अपमान पर हमेशा चुप्पी साधते रहे है जो कि दुखद है। भाजपा सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ आगे बढ़ रही है। पीएम मोदी के नेतृत्व मे इस पर अमल हो रहा है। वहीं कांग्रेस वोट बैंक की खातिर सनातन के विरोध मे तुष्टिकरण की नीति पर अमल करती रही है। कांग्रेस को जनता इसका जवाब देगी।

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