एक राष्ट्र,एक चुनाव संविधान संशोधन विधेयक लोकसभा मे पेश,विपक्ष का विरोध

 


नई दिल्ली : केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव‘ के लिए संविधान संशोधन विधेयक पेश किया। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने लोकसभा में संविधान संशोधन विधेयक का विरोध किया है। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने एक साथ चुनाव कराने के लिए लोकसभा में संविधान संशोधन विधेयक पेश किये जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह बिल वोट देने के अधिकार पर हमला है। उन्होंने बिल को जेपीसी के पास भेजने की मांग की है। डीएमके नेता टीआर बालू ने सरकार से ओएनओई बिलों को संसदीय समिति के पास भेजने का आग्रह किया। लोकसभा में एक साथ चुनाव कराने संबंधी संविधान संशोधन विधेयक का उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना सांसद अनिल देसाई ने विरोध किया।

कांग्रेस, टीएमसी और एसपी के बाद अब डीएमके ने भी वन नेशन, वन इलेक्शन बिल का विरोध किया है। डीएमके नेता टीआर बालू ने लोकसभा में संविधान संशोधन विधेयक (एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक) पेश किये जाने का विरोध किया।अखिलेश यादव की ओर से समाजवादी सांसद धर्मेंद्र यादव ने बीजेपी सरकार पर तानाशाही थोपने का आरोप लगाते हुए बिल का विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह बिल भारत की विविधता और उसके संघीय ढांचे को खत्म कर देगा। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने वन नेशन वन इलेक्शन बिल का विरोध करते हुए कहा कि यह संविधान के मूल ढांचे को चुनौती देता है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) लोकसभा में एक साथ चुनाव के लिए पेश किए गए संवैधानिक संशोधन विधेयक का समर्थन करती है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शाम 5 बजे राज्यसभा में संविधान पर चर्चा का जवाब देंगे। तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि संविधान की मूल संरचना को पंक्तियों के बीच में पढ़ा जाता है। यह प्रस्तावित बिल बुनियादी ढांचे पर प्रहार करता है और यह अल्ट्रा वायरस है। यह चुनाव सुधार नहीं है, यह सिर्फ एक सज्जन के सपनों की पूर्ति है।

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