महाकुंभ 2025: पहले दिन करीब सवा करोड़ लोगों ने लगाई डुबकी

 


प्रयागराज: विचारों, मतों, संस्कृतियों, परंपराओं स्वरूपों का गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट पर महामिलन 45 दिन तक चलेगा। पौष पूर्णिमा के प्रथम दिन करीब एक करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई।

सवा करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का अनुमान

महाकुंभ के प्रथम स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर शाम को चार बजे तक करीब एक करोड़ श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगा चुके हैं। मेला प्रशासन के दावों की मानें तो देर शाम तक यह आंकड़ा सवा करोड़ के पार हो सकता है। संगम तट छात्र, युवा के साथ ही बड़े उम्र के श्रद्धालुओं सहित महिलाएं स्नान के लिए पहुंच रही हैं। सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए है।

प्रमुख अमृत स्नान की तिथियां

13 जनवरी . पौष पूर्णिमा स्नान आज (उद्घाटन दिवस)
15 जनवरी. मकर संक्रांति स्नान
29 जनवरी . मौनी अमावस्या स्नान (शाही स्नान/शाही स्नान)
3 फरवरी . बसंत पंचमी स्नान (शाही स्नान/ शाही स्नान)
12 फरवरी. माघी पूर्णिमा स्नान
26 फरवरी . महा शिवरात्रि स्नान (समापन दिवस)

महाकुंभ हेल्पलाइन नंबर

यदि किसी पर्यटक को किसी सहायता की आवश्यकता है या महाकुंभ मेले से संबंधित कोई जानकारी चाहिए तो वह पर्यटन मंत्रालय के समर्पित टोल.फ्री टूरिस्ट इन्फोलाइन नंबर, यानी 1800111363 या 1363 पर संपर्क कर सकता है। टोल-फ्री पर्यटक इन्फोलाइन हिंदी, अंग्रेजी और अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं में संचालित होगी।

संगम में डुबकी वास्तव में हमारे अंदर, हमारी आत्मा के अंदर डुबकी है : साध्वी भगवती

साध्वी भगवती ने कहा, ‘मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे इस शुभ पौष पूर्णिमा पर संगम में पवित्र डुबकी लगाने का मौका मिला। संगम में डुबकी वास्तव में हमारे अंदर, हमारी आत्मा के अंदर डुबकी है। गंगा, यमुना और सरस्वती व्यक्तिगत रूप से दिव्य हैं, लेकिन जब वे एक साथ आते हैं तो यह अलग होता है। इसी तरह जब हम सभी, विभिन्न जातियों, पंथों, रंगों और विश्वासों के लोग एक साथ आते हैं तो हम विश्व शांति का संदेश भेजते हैं।’’

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