सतना की अनोखी जेलः परिवार संग जिंदगी बिता रहे 25 कैदी
अजब-गजब:
सतना: मध्य प्रदेश के सतना जिले में 2018 में स्थापित खुली जेल में वर्तमान में 25 कैदी रह रहे हैं। 4.3 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस जेल में कैदियों के लिए घर जैसी व्यवस्था की गई है। यहाँ प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए कैदी खुली हवा में अपने परिजनों के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
आदर्श व्यवहार वाले कैदियों को दी जाती है जगह
खुली जेल में उन्हीं कैदियों को स्थान दिया जाता है, जिन्होंने 10 साल से अधिक की सजा पूरी कर ली हो और जिनका आचरण अच्छा हो। कैदियों को यहाँ मनपसंद भोजन और रोज़गार का अवसर मिलता है। सुबह 6 से शाम 6 बजे तक ये कैदी नगर निगम सीमा क्षेत्र में काम करके अपने परिवार का भरण.पोषण करते हैं।
कैदियों के अनुभवः ‘यह जेल नहीं घर जैसा है’
यहाँ रह रहे कैदियों ने अपने अनुभव साझा किए। कैदी ने बताया कि जेल में रहते हुए उन्होंने एक ट्रैक्टर खरीदा और अब वह अपनी आजीविका इसी से चला रहे हैं। वहीं जमुना प्रजापति और उनकी पत्नी ने कहा कि यह स्थान जेल से अधिक एक घर जैसा प्रतीत होता है। एक अन्य कैदी ने इसे ‘ओपन जेल की कॉलोनी’ बताते हुए कहा कि यहाँ सभी कैदी और उनके परिवार आपस में मेलजोल के साथ रहते हैं।
जघन्य अपराधों के दोषियों को नहीं दी जाती एंट्री
जेल उप-अधीक्षक सोमवीर कुशवाहा ने बताया कि रेप, डकैती़हत्या और ड्रग्स के मामलों के दोषियों को इस जेल में प्रवेश नहीं दिया जाता। अन्य धाराओं के दोषी जिनकी सजा 10 साल से अधिक हो चुकी हो, उन्हें इस जेल में स्थानांतरित करने पर विचार किया जाता है।
कैदियों को दी जाती सुविधाएँ
जेल अधीक्षक लीना कोष्टा ने बताया कि अच्छे आचरण वाले कैदियों का कैरेक्टर सर्टिफिकेट जेल महानिदेशक भोपाल भेजा जाता है, अप्रूवल मिलने के बाद उन्हें यहाँ शिफ्ट किया जाता है। स्थानांतरित किए गए कैदियों को गैस चूल्हा, जरूरी सामान और 2 बीएचके घर की सुविधा दी जाती है।
2018 से अब तक 200 कैदी रह चुके हैं
2018 से अब तक करीब 200 कैदी इस जेल में रह चुके हैं। यहाँ के कैदी आम नागरिकों जैसी सुविधाओं का लाभ उठाकर अपनी कमाई से घर के लिए आवश्यक सामान खरीद सकते हैं। सतना की खुली जेल कैदियों के लिए पुनर्वास का एक सफल उदाहरण बन रही है।
Sources:News 18
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