डीआईजी बोल रहा हूं... ये कह हिस्ट्रीशीटर ने कोतवाल को हड़काया, गिरफ्तार

 


मैनपुरी: मैनपुरी की कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर फतेह बहादुर सिंह को अलीगढ़ डीआईजी के नाम से धमकाने के आरोपी हिस्ट्रीशीटर और उसके साथी को अलीगढ़ साइबर थाना रेंज ने गिरफ्तार कर लिया है। हिस्ट्रीशीटर ट्रेनों में मोबाइल चोरी का पेशेवर अपराधी है और इटावा जीआरपी में उसकी हिस्ट्रीशीट खुली है, दोनों को जेल भेज दिया गया। अलीगढ़ डीआईजी कार्यालय के पीआरओ निरीक्षक सर्वेश कुमार द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था।

इसी मुकदमे के आधार पर अलीगढ़ साइबर थाना रेंज टीम ने जांच शुरू की और जांच करते हुए इटावा जीआरपी के हिस्ट्रीशीटर मैनपुरी के बरनाहल थाना क्षेत्र के गांव नवाटेढ़ा निवासी सोनू उर्फ यादराम शाक्य व साथी गोलाबाजार कांशीराम कॉलोनी निवासी सिमरान को शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए सोनू पर जीआरपी आगरा, इटावा, फिरोजाबाद, बरेली में मोबाइल चोरी और अन्य 10 मुकदमे दर्ज हैं। उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा चुकी है। पूछताछ में पता लगा कि उसके दूसरे साथी पर फिरोजाबाद आदि में जिलों में दुष्कर्म सहित 4 मुकदमे दर्ज हैं,जेल में दोनों की दोस्ती हुई थी। गिरफ्तारी के समय दोनों से चोरी के मोबाइल, नकदी बरामद हुई है।


यह था पूरा मामला

डीआईजी बनकर मैनपुरी शहर कोतवाली के प्रभारी को फोन किया था। जांच में सामने आया कि इटावा जीआरपी के हिस्ट्रीशीटर सोनू ने पिछले दिनों मैनपुरी के शहर कोतवाल को डीआईजी अलीगढ़ रैंज प्रभाकर चौधरी के फोटो की डीपी व्हाट्सएप पर लगाकर फोन किया था। उन्हें एक लड़की भागने के मामले में कार्रवाई के लिए फोन किया था। जब कई बार फोन कर दबाव बनाया और धमकाया तो कोतवाल ने डीआईजी अलीगढ़ के पीआरओ सर्वेश कुमार को जानकारी दी। मामले में अधिकारियों के आदेश के बाद मुकदमा दर्ज कराया गया।

इसके अलावा इसी बीच हैदराबाद के एक इंजीनियर को भी इन्होंने किसी अधिकारी के फोटो की डीपी लगाकर ब्लैकमेल करने के लिए फोन किया था। यह चोरी के मोबाइल का फोन करने में प्रयोग कर रहे थे। साइबर थाना टीम ने जब जांच शुरू की तो जिन नंबरों से इन्होंने बात की, उन नंबरों की आईडी अलग-अलग क्षेत्रों की निकली। मगर, जब नंबरों की लोकेशन और कॉलिंग पर काम शुरू किया तो दोनों ही अलग-अलग गर्लफ्रेंडों से उन्हीं चोरी के नंबरों से बात कर रहे थे। लोकेशन स्थिर थी, इसी के जरिए आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली। शहर कोतवाल फतेह बहादुर सिंह ने बताया कि एक लड़की भगाने के प्रकरण में संदिग्ध फोन दबाव बनाने के लिए आया था। इस संबंध में अलीगढ़ डीआईजी के अधीनस्थों को अवगत कराया गया था। अग्रिम कार्रवाई उन्हीं के स्तर से हुई है।

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