नागपुर में कर्फ्यू: हिंसक धार्मिक झड़पों को लेकर 51 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
नागपुर: 17 मार्च को हिंसक झड़प के बाद नागपुर के 10 पुलिस थाना क्षेत्रों में लगातार दूसरे दिन भी कर्फ्यू जारी है। गणेशपथ पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की कई धाराओं के साथ.साथ शस्त्र अधिनियम, महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम और सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम जैसे अन्य कानूनों के तहत एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। पुलिस इंस्पेक्टर जितेंद्र बाबूराव गाडगे ने शिकायत दर्ज कराई है और एफआईआर में 51 लोगों के नाम हैं, जिनमें कई नाबालिग भी शामिल हैं।
आरोपी मुख्य रूप से नागपुर शहर के हैं, जो जाफर नगर, ताजबाग, मोमिनपुरा और भालादापुरा जैसे इलाकों में रहते हैं। एफआईआर के अनुसार, ‘प्रदर्शन तब हिंसक हो गया जब भीड़ ने पुलिस अधिकारियों पर पत्थर फेंकना और पेट्रोल बम फेंकना शुरू कर दिया। कथित तौर पर पुलिस पर कुल्हाड़ियों और लोहे की छड़ों जैसे घातक हथियारों से हमला किया गया। पुलिस द्वारा बार-बार तितर-बितर होने की चेतावनी के बावजूद भीड़ ने हिंसक कार्रवाई जारी रखी, जिससे पुलिस कर्मियों और नागरिकों दोनों की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया।’
एफआईआर के अनुसार, ‘नागपुर में हिंसा के दौरान, आरोपियों में से एक ने अंधेरे का फायदा उठाया और ड्यूटी पर मौजूद आरसीपी दस्ते की एक महिला पुलिस अधिकारी की वर्दी और शरीर को छूकर उसके कपड़े उतार दिए। आरोपियों ने कुछ महिला पुलिसकर्मियों के साथ अश्लील इशारे भी किए और बदसलूकी भी की। नागपुर के गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में इसका खुलासा हुआ है।
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