बदलेे हालात,मंत्रियों में बढ़ी बेचैनी,धामी कैबिनेट विस्तार की चर्चा हुई आम
देहरादून: उत्तराखंड में बदली परिस्थितियों के बीच धामी मंत्रिमंडल में विस्तार और फेरबदल की चर्चा अब तेज हो गई है। ऐसा माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री धामी जल्द ही दिल्ली का रूख कर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से इस बिषय पर चर्चा करेंगे। आपको बता दें कि मंत्रिमंडल में पांच मंत्री पद रिक्त हैं और मौजूदा मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल की संभावना प्रबल है। ऐसे में राज्य की सियासत का पारा खासा गर्म है जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री धामी एक.दो दिन के अन्दर दिल्ली जाकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से अंतिम दौर का विमर्श करेंगे। मंत्रिमंडल में पांच मंत्री पद रिक्त चल रहे हैं, जिन्हें भरा जाना है। मौजूदा मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल की संभावना है, ऐसे में उनमें बेचैनी स्वाभाविक है। इन सब के बीच मुख्यमंत्री धामी ने राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) से भेंट की।
हालांकि इसे सामान्य शिष्टाचार भेंट बताया गया, लेकिन समझा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने उन्हें राज्य में घटित राजनीतिक घटनाक्रम की जानकारी दी। ये हालात तब उपजे जब विधानसभा बजट सत्र चल रहा था तब सदन में विवादित टिप्पणी को लेकर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल विपक्ष के निशाने पर आ गए। साथ ही राज्य में विरोध प्रदर्शन का क्रम भी थम नहीं रहा था। नतीजा ये हुआ कि अग्रवाल ने रविवार को मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था। इसके साथ ही राज्य मंत्रिमंडल में रिक्त चल रहे मंत्री पदों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। राज्य में मंत्रिमंडल का अधिकतम आकार मुख्यमंत्री समेत 12 सदस्यीय हो सकता है।
मौजूदा हालातों में अब मंत्रिमंडल में विस्तार आवश्यक हो गया है। बहरहालएमंत्रिमंडल में विस्तार और फेरबदल को लेकर काफी लंबे समय से चर्चा चल रही थी लेकिन यह विषय लटकता रहा। गत छह मार्च को प्रधानमंत्री के उत्तरकाशी दौरे के तत्काल बाद मुख्यमंत्री दिल्ली गए तो इस चर्चा ने फिर जोर पकड़ा। सियासी गलियारों में चर्चा रही कि तब मुख्यमंत्री ने दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के साथ मंत्रिमंडल विस्तार व फेरबदल को लेकर चर्चा की। बावजूद इसके होली के त्योहार को देखते हुए विषय टल गया। अब मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद परिस्थितियां बदल गई हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत सात सदस्य ही हैं।
माना जा रहा था कि रविवार के घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री दिल्ली जाएंगे। कारण यह कि पार्टी के प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन समेत अन्य नेता दिल्ली में ही मौजूद हैं। मुख्यमंत्री धामी सोमवार को देहरादून में ही रहे और उन्होंने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की। उधर, भाजपा सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री अब एक-दो दिन के भीतर दिल्ली जाएंगे। राजभवन द्वारा कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद शासन ने भी उन्हें मंत्रिमंडल की सदस्यता से पदमुक्त करने की अधिसूचना जारी कर दी है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार अग्रवाल को आवंटित विभाग अग्रिम आदेशों तक मुख्यमंत्री के पास अतिरिक्त कार्य प्रभार के रूप में रहेंगे। अग्रवाल के पास वित्त, शहरी विकास, आवास, संसदीय कार्य, पुनर्गठन व जनगणना विभाग थे।
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