पहलगाम हमले के बाद कश्मीर में हड़कंप: 48 पर्यटन स्थल अस्थायी रूप से बंद

 


श्रीनगर, 29 अप्रैल: जम्मू-कश्मीर सरकार ने 22 अप्रैल को हुए घातक पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा उपायों को कड़ा करते हुए 87 में से 48 पर्यटन स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। यह फैसला उन क्षेत्रों में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों और संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

हमले में 26 लोगों की मौत, स्लीपर सेल सक्रिय

22 अप्रैल को हुए हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद से सबसे जानलेवा माना जा रहा है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, हमले के बाद घाटी में आतंकी स्लीपर सेल फिर से सक्रिय हो गए हैं और उन्हें नए हमले शुरू करने के निर्देश मिले हैं।

सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ी, एंटी-फिदायीन दस्ते सक्रिय

संवेदनशील इलाकों जैसे गुलमर्ग, सोनमर्ग और डल झील में जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह से जुड़े एंटी-फिदायीन दस्ते तैनात किए गए हैं। इन कदमों का उद्देश्य किसी भी संभावित आत्मघाती या लक्षित हमले को नाकाम करना है।

घाटी में व्यापक तलाशी अभियान

हमले के तुरंत बाद, श्रीनगर, डोडा और किश्तवाड़ जिलों में सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान कई संदिग्ध आतंकियों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, आतंकी समूह एक और बड़े हमले की साजिश रच रहे हैं, जिसके जवाब में सुरक्षा एजेंसियों ने अपना शिकंजा कस दिया है।

पर्यटन पर असर, श्रीनगर एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में गिरावट

हमले के बाद श्रीनगर हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई।

  • 23 अप्रैल को 112 उड़ानों से 17,653 यात्रियों ने यात्रा की, जिनमें से 6,561 आगमन और 11,092 प्रस्थान थे।

  • 24 अप्रैल को, यह संख्या घटकर 15,836 हो गई, जिसमें 4,456 आगमन और 11,380 प्रस्थान शामिल थे।

यह गिरावट दर्शाती है कि हमले का असर घाटी के पर्यटन उद्योग पर गहराता जा रहा है।

आगे की रणनीति

सरकार और सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों के नेटवर्क को तोड़ने और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी और जवाबी कार्रवाई जारी रखेंगी। हालात सामान्य होने तक इन 48 पर्यटन स्थलों को बंद रखने का निर्णय लागू रहेगा।

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