बिना मौसम डेंगू का वार,सिस्टम सोया, डेंगू आया
देहरादून : गर्मी के मौसम की शुरुआत के साथ ही देहरादून जिले में डेंगू वायरस ने दस्तक दे दी है। 1 से 13 अप्रैल के बीच जिले के दो प्रमुख निजी अस्पतालों – श्रीमहंत इंदिरेश और ग्राफिक एरा – में 15 मरीजों में डेंगू वायरस की पुष्टि हुई है। इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है, क्योंकि विभाग को अभी तक इन मामलों की कोई जानकारी नहीं थी।
श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल में 710 एलाइजा टेस्ट में 13 मरीज पॉजिटिव पाए गए, जबकि ग्राफिक एरा अस्पताल में 50 टेस्ट में 2 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। डॉ. नारायण जीत सिंह (अध्यक्ष, मेडिसिन विभाग) के अनुसार, मरीज तेज बुखार, जोड़ों और सिर में दर्द, उल्टी, शरीर पर चकत्ते और मसूड़ों से खून आने की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही बनी चिंता का विषय
अप्रैल में ही डेंगू के केस सामने आना चिंताजनक है, क्योंकि आमतौर पर यह बीमारी जुलाई से अक्टूबर के बीच फैलती है। लेकिन विभाग की ओर से कोई सक्रिय रणनीति नहीं बनाई गई है और न ही कोई सतर्कता अभियान शुरू हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह लापरवाही आगे चलकर महामारी का रूप ले सकती है।
पिछले छह वर्षों के आंकड़े बताते हैं चेतावनी
वर्ष | डेंगू केस | मौतें |
---|---|---|
2019 | 4991 | 6 |
2020 | 0 | 0 |
2021 | 126 | 0 |
2022 | 1434 | 0 |
2023 | 1201 | 13 |
2024 (अब तक) | 37 | 0 |
बचाव के लिए सुझाव
घर में जमा पानी, विशेषकर फ्रिज ट्रे, कूलर, वाटर प्लांट में पानी न रहने दें।
ताजे और साफ खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लें और फल खाएं।
स्वास्थ्य सचिव का बयान
डॉ. आर. राजेश कुमार, स्वास्थ्य सचिव उत्तराखंड ने कहा, “हमने प्रदेश में डेंगू की पूर्व स्थितियों का आकलन कर तैयारी शुरू कर दी है। चिकित्सा इकाइयों में जरूरी संसाधन जुटाए जा रहे हैं और जिन क्षेत्रों में पूर्व में डेंगू के अधिक मामले आए थे, वहां सर्वे कराया जाएगा।”
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