पोप फ्रांसिस का जीवन प्रभु मसीह की शिक्षाओं का जीवंत उदाहरण: मोदी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पोप फ्रांसिस के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और उन्हें करुणा, सेवा और आध्यात्मिक साहस का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह केवल कैथोलिक समुदाय ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
प्रधानमंत्री ने अपने शोक संदेश में लिखा, "पोप फ्रांसिस का जीवन सेवा, करुणा और प्रभु मसीह की शिक्षाओं के प्रति समर्पण का अद्भुत उदाहरण था। उन्होंने गरीबों और वंचितों की निःस्वार्थ भाव से सेवा की और पीड़ितों के लिए आशा की किरण बनकर उभरे।"
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि उन्हें पोप फ्रांसिस के साथ अपनी मुलाकातें याद आती हैं और वह समावेशी और सर्वांगीण विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से अत्यंत प्रेरित हुए थे।
उन्होंने आगे लिखा, "भारत के लोगों के प्रति उनका स्नेह सदैव हमारे हृदय में जीवित रहेगा। प्रभु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।"
उल्लेखनीय है कि पोप फ्रांसिस का 88 वर्ष की आयु में ईस्टर सोमवार को वेटिकन सिटी स्थित कासा सांता मार्टा निवास पर निधन हो गया। उनके निधन से दुनिया भर में शोक की लहर है।
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