धुएं में तब्दील हुई जिंदगियां: रजगढिया राइस मिल हादसे में श्रमिकों की मौत
बहराइच : जिले के दरगाह थाना क्षेत्र के मोहल्ला गुलाम अलीपुरा स्थित रजगढिया राइस मिल में घटित हुई, जो बेहद दर्दनाक और झकझोर देने वाली है। बताया जा रहा है कि राइस मिल में एक एंगल की वेल्डिंग का काम चल रहा था, इसी दौरान चिंगारी गिरने से वहां रखे धान में अचानक आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही पलों में जोरदार धमाका हो गया और पूरा इलाका धुएं से भर गया।
धुएं की चपेट में आने से मिल में काम कर रहे मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई। इस भयावह हादसे में कुल पांच मजदूरों की जान चली गई। मृतकों की पहचान कन्नौज के गडवना सौर्य निवासी गफ्फार अली (40), बबलू (28), राजनेश कुमार (35), श्रावस्ती के सिरसिया निवासी जहूर (50), और बिहार के बिहारीगंज, मधेपुरा निवासी बिट्टू शाह (30) के रूप में की गई है।
वहीं तीन अन्य मजदूर—सुखदेव, देवी प्रसाद और सुरेंद्र शुक्ला—गंभीर रूप से झुलस गए हैं और उनका इलाज मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में किया जा रहा है। इनकी हालत भी चिंताजनक बताई जा रही है।
हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला अधिकारी (DM) मोनिका रानी, पुलिस अधीक्षक (SP) रामनयन सिंह, एएसपी नगर रामानंद कुशवाहा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
घायल सुरेंद्र शर्मा ने डीएम मोनिका रानी के समक्ष बताया कि मिल में जब एंगल की वेल्डिंग हो रही थी, तभी एक चिंगारी नीचे गिरी, जहां धान का ढेर रखा हुआ था। चिंगारी पड़ते ही वहां आग लग गई और कुछ ही क्षणों में धमाका हो गया। धमाके के बाद पूरी मिल धुएं से भर गई और लोग अंदर ही फंसे रह गए।
प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है, वहीं मिल प्रबंधन की लापरवाही को लेकर भी जांच के आदेश दिए गए हैं। संभावना है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण यह बड़ा हादसा हुआ।
यह घटना एक बार फिर से यह सवाल खड़ा करती है कि क्या औद्योगिक इकाइयों में पर्याप्त सुरक्षा उपाय अपनाए जा रहे हैं? और यदि नहीं, तो ऐसी लापरवाहियों की कीमत गरीब मजदूरों को अपनी जान देकर क्यों चुकानी पड़ रही है?
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